गढ़वा। जिले के सदर अस्पताल में डिलीवरी के दौरान मरीजों से अवैध वसूली का मामला लगातार सामने आ रहा है। मरीजों के परिजनों ने अस्पताल कर्मियों प...
गढ़वा। जिले के सदर अस्पताल में डिलीवरी के दौरान मरीजों से अवैध वसूली का मामला लगातार सामने आ रहा है। मरीजों के परिजनों ने अस्पताल कर्मियों पर जोर-जबरदस्ती से पैसे लेने के गंभीर आरोप लगाए हैं।रीता देवी, जो संगवारिया तेनार की निवासी हैं, ने शुक्रवार रात करीब 8:25 बजे एक बेटे को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद रीता देवी की भाभी पुष्पा देवी ने खुशी से कर्मियों को ₹500 देना चाहा, लेकिन अस्पताल कर्मियों ने इसे लेने से इनकार कर
दिया। उन्होंने अधिक पैसे देने की मांग की। काफी बहस और परेशानी के बाद परिजनों को मजबूरन ₹2000 देना पड़ा, तब जाकर मामला शांत हुआ। पुष्पा देवी ने सवाल उठाया कि जब सरकारी अस्पताल में सभी सुविधाएं मुफ्त हैं, तो गरीबों से इस तरह जबरदस्ती पैसे क्यों मांगे जाते हैं।गोबरदाहा निवासी फिरोज अंसारी की पत्नी रवीना बीवी ने शनिवार सुबह 5:00 बजे एक बेटी को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद रवीना की ननद सबीना बीवी ने कर्मियों को ₹500 देने का प्रयास किया, लेकिन कर्मियों ने अधिक पैसे की मांग की। सबीना ने बताया कि काफी मनाने के बाद भी ₹1000 देने पर ही मामला शांत हुआ। इतना ही नहीं, परिजनों से मरीज और नवजात को वार्ड तक ले जाने के लिए भी अतिरिक्त पैसे मांगे गए।सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं पहले भी सामने आई हैं, और दोषियों पर कार्रवाई की गई थी। लेकिन इस समस्या का समाधान पूरी तरह नहीं हो पाया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि जांच में कोई दोषी पाया गया तो उन्हें तुरंत उस स्थान से हटाया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।अस्पताल के जीएनएम ए एन एम या आउट सोर्सिंग कर्मियों का हर तीन महीने में स्थानांतरण सुनिश्चित किया जाएगा।एक विशेष टीम बनाई जाएगी, जो अवैध वसूली और मरीजों के साथ दुर्व्यवहार पर निगरानी रखेगी।
अनुशासनहीनता या वसूली में शामिल पाए गए कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सिविल सर्जन ने अस्पताल में पारदर्शिता और अनुशासन बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है। गढ़वा जिले की खबरों को देखने के लिए चैनल को सब्सक्राइब करें, बेल आइकॉन को दबाएं, लाइक करें औऱ लिंक को शेयर करें।
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