गढ़वा/कोल्हापुर। महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले से एक ऐसी प्रेरणादायक कहानी सामने आई है, जिसने पूरे देश को सोचने पर मजबूर कर दिया ...
गढ़वा/कोल्हापुर।महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले से एक ऐसी प्रेरणादायक कहानी सामने आई है, जिसने पूरे देश को सोचने पर मजबूर कर दिया है। यह कहानी है बीरदेव डोन नामक युवक की, जो एक सामान्य चरवाहा है, लेकिन उसने असाधारण हौसले और मेहनत से UPSC 2024 में ऑल इंडिया रैंक 551 हासिल कर ली है।बीरदेव बीते तीन वर्षों से एक छोटी सी झोपड़ी में रहकर दिन में भेड़ें चराते थे और रात के समय पढ़ाई करते थे। न उनके पास महंगी कोचिंग थी, न ही ब्रांडेड किताबें। उन्होंने जो कुछ भी किया, अपने बलबूते किया। पहाड़ जैसी मुश्किलों को पार कर उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर हौसले बुलंद हों, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं।जब UPSC का रिजल्ट आया, उस वक्त बीरदेव अपने घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर एक जिले में भेड़ें चरा रहे थे। उन्हें खुद भी नहीं पता था कि वे पास हो चुके हैं। एक दोस्त ने फोन पर उन्हें सफलता की खबर दी। संभावना है कि इस रैंक के अनुसार उन्हें IPS कैडर मिल सकता है।बीरदेव डोन का ताल्लुक एक बेहद साधारण समुदाय से है, जहां शिक्षा का अभाव है और संसाधनों की कमी है। लेकिन उनकी यह ऐतिहासिक सफलता न सिर्फ उनके लिए बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व की बात है। उनके समुदाय के लोग 100-100 मील पैदल चलकर सिर्फ उन्हें देखने और सम्मानित करने के लिए आ रहे हैं। लोग पगड़ी बांधकर उनका स्वागत कर रहे हैं और इस कामयाबी को अपनी भी जीत मान रहे हैं।बीरदेव डोन जैसे युवाओं की कहानियां देश के हर कोने में मौजूद उन लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा हैं, जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं। यह कहानी बताती है कि किस्मत उन ही का साथ देती है, जो लगातार मेहनत करते हैं। देश को ऐसे सच्चे सपूतों पर गर्व है।गढ़वा जिले की खबरों के लिए channel को सब्सक्राइब करें, बेल आइकॉन को दबाएं, लाइक करें औऱ लिंक को शेयर करें।
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